मेरी ज़रूरत भी

 मेरी ज़रूरत भी

जाने क्यों नहीं ढूंड पाती मैं ,
तुममे भी,
फूलों की नरमी, इन्द्रधनुषी रंग, कोई कविता, कोई स्वप्न.
तुम मेरे लिए बस तुम ही रहते हो,
तुम्हारा इतना भर होना ही ….मेरी ज़रूरत भी !